उपाध्याय, राजीव रंजन

वैदिक पणि जन और उनके ऐतिहासिक प्रारुप फोनीशियन - नई दिल्ली शिवांक प्रकाशन 2022 - 240p. + (THROUGHOUT B/W ILLUSTRATIONS)

वैदिक जानो द्वारा पोष्य बनाया गए अशव का पूर्ववर्ती खर है, जिसे वैदिक शब्दावली मे रसभ खा गया है| अशव के साथ रसभ का रथ मे प्रयोग ऋग्वेद मे बहूल्लिखित है| ऋगवैदिक देव परिवार मे, प्रजापति, रूद्र, इंद्र, सूर्य, विष्णु, वरुण, मरुँत, आशिव्दय, पूषा, यमवैवस्वत, ब्रहस्पतिआदि के सत देवियों मे अदिति, उषस, रीती, राकादी और "तिस्त्रो देव्य" के अंतर्गत इला, सरस्वती और भारती देवियाँ स्मृत है |

9789387774360


वेदास
फोनिशियन
ग्रीक पुराकथाए
वैदिक इन्द्र

231:7.032(394) / उ 5 वै