सिंह, विनम्र सेन

अनुवाद क्या है - नई दिल्ली शिवांक प्रकाशन 2022 - 168p.

संस्कृत मे अनुवाद शब्‍द उपयोग शिष्य द्वारा गुरु की बात के दुहराए जाने, पुनः कथन, समर्थन के लिए प्रयुक्त कथन, आवृति जेसे कई सदर्भो मे किया गया है | संस्कृत के 'वद' धातु से 'अनुवाद' शब्‍द का निर्माण हुआ है | 'वाद' मे 'अनु' उपसर्ग उपसर्ग जोड़कर 'अनुवाद' सवद बना है, जिसका अर्थ है, प्राप्त कथन को पुन: कहना | इसका प्रयोग पहली बार मोनियर विलियम्स ने अंग्रेजो शब्द ट्रांसलेशन के पर्याय के रूप मे किया | इसके बाद ही 'अनुवाद' शब्द का प्रयोग एक भाषा मे किसी के द्वारा प्रस्तुत की गयी सामग्री की दूसरी भाषा मे पुन: प्रस्तुति के संदर्भ मे किया गया | अनुवाद के लिय हिंदी मे उल्था का प्रचलन भी है | अंग्रेजी मे ट्रांसलेशन के साथ ही ट्रांसक्रिप्शन का प्रचलन भी है, जिसे हिंदी मे लिप्यन्तरण कहा जाता है |

9789387774056


अनुवाद का स्वरुप
अनुवाद सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य
बहुभाषिकता, वैश्वीकरण और अनुवाद
अनुवाद की चुनोतिया

81'25 / सि 48 अ