भुविज्ञानं या भौमिकी वेह विज्ञान है जिसमे ठोस पृथ्वी,पृथ्वी का निर्माण करने वाली शैलो तथा उन प्रकिर्याओ का अध्ययन किया जाता है जिनसे शैलो, भुपपर्टी और स्थलरूपों का विकास होता है| इसके अंतर्गत पृथ्वी समन्धि अनेकानेक विषय आ जाते है जेसे, खनिज शास्त्र, तलछट विज्ञान, भुमापन और खनन इंजीनियरी इत्यादि | इसके अध्ययन विषयों मे से एक मुख्य प्रकरण उन किर्याओ की विवेचना है जो चिरंतन काल से भूगर्भ मे होती चली आ रही है एवं जिनके फलस्वरूप भूपृष्ठ का रूप निरंतर परिवर्तित होता रहता है, यघपि उसकी गति साधारणतया बहुत ही मंद होती है |