TY - BOOK AU - ठाकुर, सूरत TI - ब्यासा की यात्रा कथा (Byasa ki Yatra Katha) SN - 9789387774353 U1 - 556.53B PY - 2024/// CY - दिल्ली PB - शिवांक प्रकाशन N1 - उत्तर भारत मे बहती नदिया गंगा, यमुना, सरस्वती ब्र्हमापुत्रा, सतुलज, ब्यासा, रावी, झेलम, चिनाव और सिन्धु हजारो वर्षो से हिमाच्छादित हिमालय पर्वत के आँचल से निकलती है| इन्ही के तट पर देश की संस्कृतिया और सभ्यताय अस्तित्व मे आई| आज बड़े-बड़े शहर इन्ही नदियों के तट पर विकसित हुए है| इनमे से एक नदी है ब्यासा | वैदिक काल के ऋषि जन्मदिन ने इसका नाम रखा था अर्जिकिया| बही अर्जिकिया बाद मे वशिस्ट ऋषि को पाश से मुक्त करवाने के कारण बिपाशा कहलाई| उच्चारण भेज से भिपाषा ब्यास के नाम से प्रचलित हुई | ER -