प्रेमचन्द्र

मानसरोवर (Mansarovar) - नई दिल्ली प्रशांत बुक डिस्ट्रीब्युटर 12918 - 304p. Volume-1, 280p. Volume-2, 296p. Volume-3, 272p. Volume-4, 288p. volume-5, 248p. Volume-6, 264p. Volume-7, 272p. Volume-8

'मानसरोवर' श्री मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानियों का संग्रह है। वे हिन्दी साहित्य के सुप्रसिद्ध कथाकार हैं। उनका जन्म बनारस के निकट एक गरीब परिवार में हुआ था। अभावों का जीवन जीने के कारण उन्होंने समाज के विभिन्न पहलुओं को बहुत करीब से देखा और अनुभव किया था। इसका उनके जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा और यह प्रभाव उनकी लिखी कहानियों में दिखाई देता था। 'ईदगाह', 'बेटू वाली विधवा', 'ठाकुर का कुवा', 'पूस की रात' आदि उदाहरण उदाहरण हैं। उनकी भाषा सरल और व्यावहारिक होने के कारण आसानी से समझ में आ जाती है और यही कारण है कि उनकी लिखी कहानियाँ लोकप्रिय हुईं। वास्तविक चित्रणों ने कहानियों को मार्मिक बना दिया है जो पाठकों को प्रभावित करते हैं।

9789383963690 (Volume 1) 9789383963706 (Volume 2) 9789383963713 (Volume 3) 9789383963720 (Volume 4)

9789383963737 (Volume 5) 9789383963744 (Volume 6) 9789383963751 (Volume 7) 9789383963768 (Volume 8)

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