000 | 02885nam a22002177a 4500 | ||
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005 | 20231030101431.0 | ||
008 | 221202b |||||||| |||| 00| 0 eng d | ||
020 | _a9788194971375 | ||
082 |
_a005.336.5:005.412 _bसि 48 कौ |
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100 | _aसिन्हा, मौसम | ||
245 |
_aकौशल विकास : _bजीने की राह |
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260 |
_aनई दिल्ली _bशिवांक प्रकाशन _c2022 |
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300 | _aviii,100p. | ||
500 | _aतथ्य यह है कि आधुनिक मानव के जीवन मे संघर्षो, इच्छाओं और महत्वाकंशाओ का भोझ बहुत जादा है | कॉर्पोरेट दुनिया अनिश्चितता और तनाव से भरी हुई है | परस्पर विरोधी जरूरते प्राथमिकता टी करण मे मुश्किले पैदा करती है | समय का उपयोग और प्रबंधन जरोरी है | हमे विभिन्न तरह के लोगो से निपटने की जरोर्ट होती है | हमे विभिन्न तरह के लोगो से निपटने की जरुरत होती है | कॉर्पोरेट जगत मे पर्तिस्पर्धा करने से पहले, एज जानना भी महतवपूर्ण है की अपनी विफलता से केसे निपटे| अत्यधिक तनाव के कारण मानसिक बीमारी के भुत से मामले है| इसे मे भावनाओं र तनावों के प्रबंधन का हुनर सिखाने की जरोरत है| इस तरह के कोशल को आधुनिक व्यवसायिक शिक्षा प्रणाली मे शामिल नहीं किया गया है | कॉर्पोरेट जगत की समझ के साथ ही युवाओं मे जीवन प्र्बंशन कौशल विकसित करे का यही सही समय है | भविष्य मे हमे और भी ज्यादा प्रशिक्षित और किफायती जीवन प्र्बंशन सलाहकार या कोच की जरुरत होगी | | ||
650 | _aतनाव प्रबंधन | ||
650 | _aप्रोत्साहन-पाठ | ||
650 | _aयोग साधना | ||
650 | _aसमय प्रबंधन | ||
700 | _aसिन्हा, सीमा | ||
942 | _cBK | ||
999 |
_c11300 _d11300 |