000 | 02370nam a22002417a 4500 | ||
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003 | OSt | ||
005 | 20231027165314.0 | ||
008 | 221206b |||||||| |||| 00| 0 eng d | ||
020 | _a9789389719727 | ||
040 | _cNIH | ||
082 |
_a633.876:005(083.744) _bजो 56 क |
||
100 | _aजोन्स, डी सिल्वर साईड एम | ||
245 | _aकछारी वन प्रबंधन एवं दिशा - निर्देश | ||
260 |
_aनई दिल्ली _bदया पब्लिशिंग हाउस _c2021 |
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300 | _aix, 303p. | ||
490 |
_aMangrove Forest Management guidelines _v(FAO Forestry Paper No. 117) |
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500 | _aकछारी वनों का पारितंत्र विशेष प्रकार का है | प्राकृतिक उत्पादकता और सामग्री तथा सेवाओ की निरंतरता के मामले मे ये वन अदितीय है | इन वनों की उत्पादकता, तटो पर मछलियों का उद्योग तथा परिपद्धति अत्यंत महतवपूर्ण है | इसके अलावा तटीय रक्षण और प्राकृतिक अनुरक्षण मे भी ये बन अपना विशिष्ट महत्व रखते है | बढती हुई आबादी, भूमि उपयोग पध्दतियों मे परिवर्तन तथा संसाधनों से अत्यधिक दोहन के कारण ये वन तेजी से निम्नीकृत एवं नष्ट होते जा रहे है | वर्तमान आवश्कताओ की पूर्ति तथा पर्यावरणीय पध्दति को बनाये रखने के लिए इनका संतुलित उपयोग किया जाना आवश्यक है | | ||
650 | _aवन प्रबंधन | ||
650 | _aपारितंत्रिय आधार | ||
650 | _aसंसाधन प्रबंधन | ||
700 | _aसुरेन्द्र सिंह रावत, अनुवादक | ||
942 |
_cBK _2ddc _n0 |
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999 |
_c11305 _d11305 |