000 | 02465nam a22002417a 4500 | ||
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005 | 20230821125534.0 | ||
008 | 230324b |||||||| |||| 00| 0 eng d | ||
020 | _a9789382998150 | ||
082 |
_a504 _bरा 95 प |
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100 | _aराय, राम प्रकाश | ||
245 | _aपर्यावरणीय सम्सयाए | ||
260 |
_aनई दिल्ली _bशिवांक प्रकाशन _c2020 |
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500 | _aप्रदुषण भी एक पर्यवार्नीय समस्या है जो आज एक विश्वव्यापी समस्या बन गयी है| पशु-पक्षी, पेड़-पौधे और इंसान सब उसकी चपेट मे है | उद्योगों और मोटोरवाहनों का बढता उत्सर्जन और वृक्षों की निर्मम कटाई प्रदुषण के कुछ मुख्य कारण है | कारखानों, बिजलीघरो और मोटरवाहनों मे खनिज इंधनों (डीजल, पेट्रोल, कोयला आदि) का अंधाधुंध प्रयोग होता है | इनको जलाने पर कार्बन हरित्ग्रह प्रभाव नामक वायुमंडलीय प्रकिर्या को बल मिलता है, जो पृथ्वी के तापमान मे वृधि करता है और मौसम मे अवांछनिय बदलाव ला देता है | पुस्तक मे पर्यावरण से होने वाली विभिन्न समस्याओ से अवगत कराया गया है | पुस्तक की रचना सरल व सुबोध भाषा मे की गयी है | | ||
650 | _a जल प्रदुषण | ||
650 | _aध्वनी प्रदुषण | ||
650 | _a पर्यावरण नियोजन | ||
650 | _aपर्यावरण अवनयन | ||
650 | _aपर्यावरण प्रबंधन | ||
650 | _aवायुमंडलीय पर्यावरण | ||
650 | _a वायु प्रदुषण | ||
700 | _a सिंह, धर्मेन्द | ||
942 | _cBK | ||
999 |
_c11434 _d11434 |