000 | 01612nam a22001697a 4500 | ||
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005 | 20240624161603.0 | ||
008 | 240624b |||||||| |||| 00| 0 eng d | ||
020 | _a9789383980529 | ||
082 |
_a54:94(540) _bपा 14 प्रा |
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100 | _aपाण्डेय, सुनील कुमार | ||
245 | _aप्राचीन भारत मे रसायन विज्ञान (Prachin Bharat mai Rasayan Vigyan) | ||
260 |
_aनई दिल्ली _bशिवांक प्रकाशन _c2022 |
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300 | _a284p. | ||
500 | _aभारत मे रसयान शास्त्र की अति प्राचीन परंपरा रही है| पुरातन ग्रंथो मे धातुओ, अयस्को, उनकी खदानों, योगिको तथा मिश्र धातुओ की अद्भुत जानकारी उपलब्ध है| इन्ही मे रासायनिक किर्याओ मे प्रयुक्त होने वाल सैकड़ो उपकरणों के भी विवरण मिलते है| वस्तुत किसी भी देश मे किसी ज्ञान विशेष की परंपरा के उद्भव और विकास के श्य्यं के लिए विध्दानो को तीन प्रकार की प्रमाणों पर निर्भर करना पड़ता है| | ||
700 | _aसिजोरिया, के. के. | ||
942 | _cBK | ||
999 |
_c11604 _d11604 |