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बिहारी, बिपिन

जंगल जाग उठा - कहानी संग्रह (Jungle Jaag Utha- khaani sangreh ) - नई दिल्ली शिवांक प्रकाशन 2020 - x, 159p.

आधिवासी साहित्य एक उभरता हुआ विमर्श है | हिंदी साहित्य मे आरम्भ से केजर अब तक काल चार कालखंडो, अनेक प्रवृतियों और कई विमर्शो मे बटा हुआ है | विवाद और हिंदी साहित्य का चोली दामन का साथ रहा है | सबसे पहले तो काल विभाजन को लेकर ही अच्छा-खासा विवाद रहा है | नामकरण को लेकर भी मतेक्यता नहीं रही है| फिर प्रवृतियों को लेकर हुआ और अब विमर्श बहस मे है | बहस की शुरुआत कोंकर्ता है, यह भी महत्वपूर्ण है|

9789387774162

82-32 / बि 52 ज
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