स्वच्छ भारत समृध्द भारत
Material type: TextPublication details: नई दिल्ली शिवांक प्रकाशन 2022Description: 106pISBN: 9789383980758Subject(s): स्वच्छ भारत मिशन | व्यक्तिगत स्वच्छता | निर्मल भारत अभियान | पर्यावरण स्वच्छताDDC classification: 351.754.6:364.668(540)Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode |
---|---|---|---|---|---|
Books | NIH Rorkee Library | 351.754.6:364.668(540) सि 48 स्व (Browse shelf (Opens below)) | Available | 12345 |
Browsing NIH Rorkee Library shelves Close shelf browser (Hides shelf browser)
No cover image available No cover image available | No cover image available No cover image available | No cover image available No cover image available | ||||||
351.752 C64P Proceedings of the 80th meeting of the governing body of the conucil of scientific and industrial research: C.S.I.R. | 351.778.53 N28D Draft status report on housing and construction technology : Research, design, development & extension requirements | 351.754.6:005.583(540) सि 48स्व स्वच्छ भारत सशक्त भारत : एक कदम स्वच्छता की ओर | 351.754.6:364.668(540) सि 48 स्व स्वच्छ भारत समृध्द भारत | 352.8-0.552:811.214.21 त्रि78स् स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं का योगदान (Swatantrata Sangraam Mein Mahilaon Ka Yogadaan) | 353.2:725.1:640.5 D36A Administrative instructions on departmental canteens in government offices & industrial establishments | 35:33:94(540) K98K Kautilya: ke arthshastra ke paripreshya mei shahan vyavastha |
स्वच्छता मानव समुदाय का एक महत्वपूर्ण गुण है | यह अलग-अलग प्रकार की बीमारियों से बचाव के आसान उपायों मे से एक प्रमुख उपाय है | यह सुखमय जीवन की आधारशिला है | इसमें मानव की गरिमा, शालीनता और आस्तिकता के दर्शन होते है | स्वच्छता के द्वारा मनुष्य की सात्विक वृति को बदावा मिलता है | साफ़-सुथरा रहना मनुष्य का प्राकृतिक गुण है | बह अपने घर और आस-पास के क्षेत्र को साफ़ रखना चाहता है | वेह अपने कार्यस्थल पर गंदगी नहीं फैलने देता | सफाई के दारा वेह सांपो, बिच्छुओं, मक्खियों, मच्छरों तथा अन्य हानिकारक कीड़ो- मकोडो को अपने से दूर रखता है | सफाई बरतकर वेह अपने चित की प्रसन्नता प्राप्त करता है | सफाई उसे रोगों के कीटाणुओं से बचाकर रखती है | इसके माध्यम से वह अपने आस पड़ोस के पर्यावरण को प्रदुषण से मुक्त रखता है | खुच्लोग अपने स्वाभाव के विपरीत सफैको कम महत्व देते है | वै गंदे स्थानों मे रेह्नते है | घर के निकट की नालियों मे गन्दा जल तथा अन्य वस्तुए सडती रहती है | निवास-स्थान चारो तरफ से बदबू आती है |
There are no comments on this title.