प्राकृतिक जल : स्रोत, प्रदूषण एवं संरक्षण (praakrtik jal : srot, pradooshan evan sanrakshan)
Material type: TextPublication details: नई दिल्ली शिवांक प्रकाशन 20 22Description: v, 248pISBN: 9789380388724Subject(s): पर्यावरण संरक्षण क़ानून | जल मंडल | जल प्रदूषकDDC classification: 504.5Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode |
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Books | NIH Rorkee Library | 504.5 अ24प्रा (Browse shelf (Opens below)) | Available | 12945 |
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जल प्रदुषण मुख्य रूप से झीलों, नदियों और भू-जल के प्रदूषित होने के कारण होता है| यह प्रदुषण समस्त प्राणियों के लिए एक जटिल समस्या है | जल को प्रदूषित करने मे औधोगीकरण की एहम भूमिका रही है| जल प्रदुषण विश्व संदर्भ मे क बड़ी समस्या है, परामर्श दिया गया है की एज दुनिया भर की प्रमुख मृत्यु और बीमारियों का कारण है और इसके कारण प्रतिदिन 14000 से अधिक लोगो की मृत्यु होती है |
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