ताप्ती नदी उदगम से संगम दर्शन (Tapti Nadi Udgam Se Sangam Darshan )
Material type: TextPublication details: दिल्ली शिवांक प्रकाशन 2024Description: x, 198pISBN: 9789387774391DDC classification: 282.253.2Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode |
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Books | NIH Rorkee Library | 282.253.2 द्रि94ता (Browse shelf (Opens below)) | Available | 12970 |
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27-524-032.2 S41H Holy ganga: Polluted purifier | 27-537(540) T78P Prachin Bharat mei daan ka sandhantik evam vyavharik vivechan | 282.2 D11N Narmada maiya | 282.253.2 द्रि94ता ताप्ती नदी उदगम से संगम दर्शन (Tapti Nadi Udgam Se Sangam Darshan ) | 291.214 N82 Special exhibition on Krishna of the Bhagvata purana, The Gita Govinda and other texts | 291.4 J15A Dr. Ambedkar ka dhram - darshan | 291(100) R14V Vishva prasidh dharm mat eva sampradaye |
ताप्ती नदी, जिसे तापी नदी भी कहा जाता है, भारत के मध्य भाग में बहने वाली एक नदी है, जो नर्मदा नदी से दक्षिण में बहती है। प्रायद्वीप भारत में केवल नर्मदा, ताप्ती और मही नदी ही मुख्य नदियाँ हैं जो पूर्व से पश्चिम बहती हैं।ताप्ती नदी का उद्गम स्थल मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में मुल्ताई नामक स्थान है। इस स्थान का मूल नाम मूलतापी है जिसका अर्थ है तापी का मूल या तापी माता। हिन्दू मान्यता अनुसार ताप्ती को सूर्य एवं उनकी एक पत्नी छाया की पुत्री माना जाता है और ये शनि की बहन है। थाईलैंड की तापी नदी का नाम भी अगस्त १९१५ में भारत की इसी ताप्ती नदी के नाम पर ही रखा गया है। महाभारत, स्कंद पुराण एवं भविष्य पुराण में ताप्ती नदी की महिमा कई स्थानों पर बतायी गई है।[3]ताप्ती नदी का विवाह संवरण नामक राजा के साथ हुुुआ था जो कि वरुण देवता के अवतार थे।
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