गीता रहस्य (Geeta Rahasya)
Material type: TextPublication details: नई दिल्ली प्रशांत बुक डिस्ट्रीब्युटर 2023Description: 544pISBN: 9789383963782DDC classification: 233-265.34Item type | Current library | Call number | Vol info | Status | Date due | Barcode |
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Books | NIH Rorkee Library | 233-265.34 ति52गी (Browse shelf (Opens below)) | Volume - I | Available | 12926 | |
Books | NIH Rorkee Library | 233-265.34 ति52गी (Browse shelf (Opens below)) | Volume - II | Available | 12927 |
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231:7.032(394) उ 5 वै वैदिक पणि जन और उनके ऐतिहासिक प्रारुप फोनीशियन | 233.852.5 I6Y Yoga: The path to holistic health | 233-265.34 ति52गी गीता रहस्य (Geeta Rahasya) | 233-265.34 ति52गी गीता रहस्य (Geeta Rahasya) | 233-265.35 सै11अ अमृतमय-शिवपुराण कलयुगी-कष्ट विनाशक सरल हिंदी भाषा (Amritya-Shiv Mahapuran Kalyugi-kasht vinashak saral hindi bhasha) | 233-265.35 सै11अ अमृतमय-विष्णु पुराण कलयुगी-समूल कष्ट निवारक संपूर्ण सरल हिंदी भाषा (Amritya-vishnu puran Kalyugi- samool kasht nivaarak samporna saral hindi bhasha) | 2-523.42(540) C27M Modern temples of India |
गीता रहस्य भगवान श्री कृष्ण के निष्काम कर्मयोग के विशाल उपवन से चुने हुए आध्यात्मिक सत्यों के सुन्दर गुणों का एक गुच्छा है। इस गुच्छे की व्याख्या विभिन्न महापुरुषों द्वारा समय-समय पर की गई है किंतु इसकी जितनी सरल और स्पष्ट व्याख्या व्यावहारिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से बाल गंगाधर तिलक ने की है शायद ही अभी तक किसी अन्य महापुरुष ने की हो। इस ग्रंथ की रचना उन्होंने जेल में की थी। उन्होंने इस ग्रंथ के माध्यम से बताया कि गीता चिन्तन उन लोगों के लिए नहीं है जो स्वार्थपूर्ण सांसारिक जीवन बिताने के बाद अवकाश के समय खाली बैठ कर पुस्तक पढ़ने लगते हैं और न यह संसारी लोगों के लिए कोई प्रारंभिक शिक्षा है। इसमें यह दार्शनिकता निहित है कि हमें मुक्ति की ओर दृष्टि रखते हुए सांसारिक कर्तव्य कैसे करने चाहिए। इस ग्रंथ में उन्होंने मनुष्य को उसके संसार में वास्तविक कर्तव्यों का बोध कराया है।
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