भाषा विज्ञान कोश
Material type: TextPublication details: नई दिल्ली शिवांक प्रकाशन 2022Description: 188pISBN: 9789387774100Subject(s): हिंदी भाषा | आर्य भाषा | वाक्य विज्ञान | भक्तिकालDDC classification: 81'1Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode |
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Books | NIH Rorkee Library | 81'1 त्रि 78 भा (Browse shelf (Opens below)) | Available | 12338 |
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811.214.21-13 सिं48प्र प्रयोजनमूलक हिन्दी : सिद्धांत एवं प्रयोग | 811.214.21:159.935 शु 41 भा भाषा और भावना | 811.214.21:62 P74B Bhasha aur pradyogiki | 81'1 त्रि 78 भा भाषा विज्ञान कोश | 811-111=214.21(038) K12P प्रभात वृहत अँग्रेजी-अँग्रेजी-हिंदी कोश | 811-111=214.21(038) K12P प्रभात वृहत अँग्रेजी-अँग्रेजी-हिंदी कोश | 811-111=214.21(038) K12P प्रभात वृहत अँग्रेजी-अँग्रेजी-हिंदी कोश |
भाषा का विषय जितना सरस और मनोरम है, उतना ही गंभीर और कौतूहलजनक| भाषा मनुष्यकृत है अथवा इश्वरदत्ता उसका आविभार्व किसी काल विशेष मे हुआ, अथवा वह अनादि है| वेह क्रमश: विकसित होकर नाना रूपों मे परिणत हुई, अथवा आदि काल से ही अपने मुख्य रूप मे वर्तमान है| इन प्रश्नों का उत्तर अनेक प्रकार से दिया जाता है | कोई भाषा को इश्वार्दात्ता कहता है, कोई उसे मनुष्यकृत बतलाता है | कोई उसे क्रमशरू का परिणाम मानता है, और कोई उसके विषय मे यथा पूर्वमकल्पय का राग अलपता है|
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